विद्यापति का श्रृंगार वर्णन

विद्यापति का श्रृंगार वर्णन- भारतीय साहित्य में श्रृंगार रस को प्रधान रस माना गया है। काव्यशास्त्र में श्रृंगार का महत्व सर्वोपरि है क्योंकि यह मानव के हृदय के कोमलतम भावों को उद्घ...

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