सर्वनाम (Pronoun): परिभाषा, प्रकार, उदाहरण सहित विस्तृत व्याख्या

सर्वनाम क्या है?

हिंदी व्याकरण में सर्वनाम (Pronoun) एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण विषय है। शब्द ‘सर्वनाम’ का अर्थ है “सभी का नाम”। सरल शब्दों में कहें तो, जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं। इससे भाषा सरल, प्रभावी और सुंदर बनती है।

उदाहरण के लिए:

  • राम अच्छा लड़का है। वह पढ़ने में होशियार है।
    (यहाँ ‘वह’ शब्द ‘राम’ की जगह प्रयोग हुआ है, इसलिए यह सर्वनाम है।)

सर्वनाम की विशेषताएँ

  • सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होता है।
  • सर्वनाम शब्द वाक्यों की पुनरावृत्ति को रोकते हैं।
  • सर्वनाम का प्रयोग भाषा को सहज बनाता है।
  • सर्वनाम का रूप संज्ञा के लिंग, वचन के अनुसार बदलता है।

सर्वनाम के प्रकार (Types of Pronouns)

सर्वनाम मुख्यतः छह प्रकार के होते हैं:

  1. पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronoun)
  2. निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronoun)
  3. संकेतवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronoun)
  4. प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronoun)
  5. संबंधवाचक सर्वनाम (Relative Pronoun)
  6. अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronoun)

(1) पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronoun)

जिन सर्वनामों का प्रयोग तीनों पुरुषों (प्रथम, मध्यम, अन्य पुरुष) के लिए होता है, वे पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

पुरुषएकवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषमैंहम
मध्यम पुरुषतू, तुमतुम, आप
अन्य पुरुषवह, यहवे, ये

उदाहरण:

  • मैं खाना खा रहा हूँ। (प्रथम पुरुष)
  • तुम कब आओगे? (मध्यम पुरुष)
  • वह पढ़ रहा है। (अन्य पुरुष)

(2) निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronoun)

इस सर्वनाम का प्रयोग अपनेपन या स्वत्व (ownership) को दर्शाने के लिए होता है। इसमें ‘स्वयं’, ‘अपना’ आदि शब्द आते हैं।

उदाहरण:

  • मैं स्वयं काम करूँगा।
  • वे अपना काम कर रहे हैं।
  • राम अपनी किताब पढ़ रहा है।

(3) संकेतवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronoun)

किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थान की ओर संकेत करने के लिए प्रयोग होने वाले शब्द संकेतवाचक सर्वनाम हैं। जैसे– यह, वह, ये, वे आदि।

उदाहरण:

  • यह मेरी पुस्तक है।
  • वे मैदान में खेल रहे हैं।
  • यहाँ कौन आया है?

(4) प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronoun)

प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग होने वाले सर्वनाम प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। जैसे– कौन, क्या, किसने, किसको आदि।

उदाहरण:

  • तुम्हारा नाम क्या है?
  • किसने दरवाज़ा खटखटाया?
  • तुम्हें किससे काम है?

(5) संबंधवाचक सर्वनाम (Relative Pronoun)

जिन शब्दों का प्रयोग दो वाक्यों को जोड़ने के लिए होता है, वे संबंधवाचक सर्वनाम हैं। जैसे– जो, सो, जिससे आदि।

उदाहरण:

  • जो मेहनत करेगा, वही सफल होगा।
  • जिसने गलती की, उसे सजा मिलेगी।
  • जैसी करनी वैसी भरनी।

(6) अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronoun)

जब किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध न हो, तब अनिश्चयवाचक सर्वनाम प्रयोग किया जाता है। जैसे– कोई, कुछ, किसी, सब आदि।

उदाहरण:

  • कोई दरवाज़े पर खड़ा है।
  • कुछ लोग बाजार में खड़े हैं।
  • सब घर चले गए।

सर्वनाम के लिंग और वचन

सर्वनाम का प्रयोग संज्ञा के लिंग और वचन के अनुसार किया जाता है।

उदाहरण:

  • वह लड़का (पुल्लिंग, एकवचन)
  • वे लड़के (पुल्लिंग, बहुवचन)
  • यह लड़की (स्त्रीलिंग, एकवचन)
  • ये लड़कियाँ (स्त्रीलिंग, बहुवचन)

सर्वनाम और संज्ञा में अंतर

अंतर का आधारसर्वनामसंज्ञा
परिभाषासंज्ञा के स्थान पर प्रयोगवस्तु, स्थान, व्यक्ति का नाम
उदाहरणवह, तुम, कोईराम, दिल्ली, मेज़
प्रयोगपुनरावृत्ति रोकने के लिएवस्तु-व्यक्ति की पहचान के लिए

सर्वनाम का प्रयोग साहित्य और दैनिक जीवन में

साहित्य में सर्वनाम का प्रयोग भाषा की सुंदरता और संक्षिप्तता बढ़ाता है। बातचीत में भी सर्वनाम से संवाद स्पष्ट और संक्षिप्त होता है।

सर्वनाम के अभ्यास हेतु उदाहरण

  1. मैं बाजार जा रहा हूँ।
  2. तुम आज कहाँ थे?
  3. वह विद्यार्थी तेज है।
  4. हम घर लौट आए हैं।
  5. आप क्या पढ़ रहे हैं?
  6. यह मेरी बहन है।
  7. ये मेरे दोस्त हैं।
  8. स्वयं मेहनत करो।
  9. अपना काम करो।
  10. कोई आया है।
  11. सब बच्चे खेल रहे हैं।
  12. जिसने पढ़ाई की, वही पास हुआ।
  13. कैसे हो तुम?
  14. यहाँ कौन आया?
  15. उनसे बात करो।

सर्वनाम के 5 महत्त्वपूर्ण नियम

  1. सर्वनाम का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर करें।
  2. संज्ञा के लिंग-वचन अनुसार सर्वनाम का चयन करें।
  3. प्रश्न पूछने के लिए प्रश्नवाचक सर्वनाम प्रयोग करें।
  4. संबंधवाचक सर्वनाम दो वाक्यों को जोड़ते हैं।
  5. निजवाचक सर्वनाम स्वत्व या अपनेपन के लिए प्रयोग करें।

निष्कर्ष

सर्वनाम भाषा का अभिन्न अंग है, जो संवाद को प्रभावशाली बनाता है। सर्वनाम की अच्छी समझ व्याकरण की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है। निरंतर अभ्यास से सर्वनाम पर पकड़ मजबूत होगी।

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