बड़ी ई की मात्रा वाले शब्द (Badi ee Ki Matra Wale Shabd): हिंदी भाषा की नींव स्वर और मात्राओं पर टिकी होती है। बच्चों को जब भाषा सिखाई जाती है, तो सबसे पहले उन्हें स्वर, व्यंजन और फिर मात्राएँ सिखाई जाती हैं। मात्राओं के बिना शब्दों का निर्माण संभव नहीं है, और उन्हीं में से एक प्रमुख मात्रा है — ई की मात्रा, जिसे सामान्यतः बड़ी ई कहा जाता है।
ई की मात्रा क्या है?
ई की मात्रा का संकेत अक्षर के दाएँ ओर दी जाने वाली सीधी रेखा (◌ी) होती है। यह मात्रा तब प्रयुक्त होती है जब किसी शब्द में “ई” की लंबी ध्वनि आती है। उदाहरण के लिए:
- क + ◌ी = की
- म + ◌ी = मी
- ब + ◌ी = बी
- ल + ◌ी = ली
यह मात्रा उन शब्दों में लगती है जहाँ “ई” की स्पष्ट और दीर्घ ध्वनि होती है।
ई की मात्रा कैसे बनती है?
जब कोई व्यंजन किसी स्वर ई के साथ आता है, तो वह ई की मात्रा का निर्माण करता है। हिंदी वर्णमाला के अधिकांश व्यंजन इस मात्रा के साथ शब्द बनाते हैं। जैसे:
व्यंजन | मात्रा | उदाहरण |
---|---|---|
क | की | कील |
म | मी | मीठा |
प | पी | पीला |
स | सी | सीढ़ी |
दो अक्षर वाले ई की मात्रा वाले शब्द
शब्द | अर्थ |
---|---|
मी | मैं |
नी | नीला रंग |
की | किसी की |
पी | पीना |
बी | बीज या बीमार |
री | स्त्रीलिंग संबोधन |
ली | लेना क्रिया का रूप |
ची | चींटी |
दी | देना क्रिया का रूप |
सी | सिलाई या दिशा |
टी | टीचर, चाय |
शी | शीशा से बना |
जी | आदरसूचक शब्द |
घी | दूध से बना पदार्थ |
झी | झींगा |
ठी | स्थान दर्शाने वाला शब्द |
तीन अक्षर वाले ई की मात्रा वाले शब्द
- सीता
- नीला
- मीठा
- बीमार
- पीला
- टीका
- रीता
- दीदी
- कीड़ा
- गीता
- शीला
- झीला
- सीमा
- बीजक
- दीपक
- जीवनी
- नीतिक
- जीवन
- मीतर
- गीतम
- मीमांसा
- शीशा
- लीला
- नींद
चार और अधिक अक्षर वाले ई की मात्रा वाले शब्द
- मीनाक्षी
- सीताराम
- दीवारें
- टीचरनी
- बीमा योजना
- नीति विश्लेषण
- जीवनशैली
- परीक्षा परिणाम
- संगीतकार
- शिक्षिका
- मशीनें
- नीतियाँ
- कार्यनीति
- नीतीश कुमार
- सीढियाँ
- आत्मनीति
- नीति-निर्धारण
- भक्ति-रीति
- जीवन-नीति
- तकनीकी शिक्षा
- प्राथमिक शिक्षिका
- भाषाई नीति
- सामाजिक नीति
भाव, विचार और गुण दर्शाने वाले शब्द (ई की मात्रा वाले)
- नीति
- रीति
- गंभीरता
- शांति
- प्रीति
- विनम्रता
- दीर्घता
- सरलता
- दृढ़ता
- नीतिशास्त्र
- नीति-आचरण
- ईमानदारी
- ईर्ष्या
- ईश्वरीय
- नीतिगत
वस्तुओं और चीजों से जुड़े ई की मात्रा वाले शब्द
- घड़ी
- चाबी
- रोटी
- चटाई
- दरी
- झूली
- शीशा
- टीवी
- मशीन
- कुर्सी
- ताली
- सीढ़ी
- सीटी
- झील
- बैटरी
- डोरी
- झोली
- बोली
- झाड़ू वाली
ई की मात्रा वाले शब्दों का वर्गीकरण
श्रेणी | शब्द |
---|---|
नाम | गीता, मीरा, रीना, सीमा, सीताराम |
स्थान | दिल्ली, बीकानेर, रीवा, सीहोर |
वस्तुएँ | घड़ी, कुर्सी, मशीन, टीवी |
भाव | नीति, रीति, प्रीति, गंभीरता |
क्रिया | पीना, देना, लेना, जीना, सीना |
शिक्षा | नीति, परीक्षा, शिक्षिका, नीतियाँ |
वाक्यों में ई की मात्रा वाले शब्दों का प्रयोग
- सीता ने मंदिर में पूजा की।
- वह बहुत मीठा बोलता है।
- राम की नीति सबको पसंद आई।
- मेरे पास एक सुंदर घड़ी है।
- माँ ने मुझे चाबी दी।
- दीवार पर सुंदर चित्र लगे हैं।
- बच्चा टीचर को देख रहा है।
- पापा ने नई मशीन खरीदी है।
- सीढ़ियों से उतरते समय ध्यान रखना चाहिए।
- हम सबने मिलकर गीत गाया।
- Read Also:
- सर्वनाम के भेद — परिभाषा, उदहारण (Sarvanam in Hindi)
- अनेक शब्दों के लिए एक शब्द(anek shabdon ke ek shabd)
FAQs:बड़ी ई की मात्रा वाले शब्द(Badi ee Ki Matra Wale Shabd)
प्रश्न 1: ई की मात्रा किस ओर लगती है?
उत्तर: ई की मात्रा व्यंजन के दाएँ ओर लगती है, जैसे — क + ◌ी = की।
प्रश्न 2: ई की मात्रा किन शब्दों में आती है?
उत्तर: ऐसे सभी शब्द जिनमें “ई” की दीर्घ ध्वनि होती है, जैसे — मीठा, नीति, दीदी, परीक्षा, आदि।
प्रश्न 3: क्या ई की मात्रा वाले शब्द केवल संज्ञा और विशेषण होते हैं?
उत्तर: नहीं, ई की मात्रा वाले शब्द संज्ञा, क्रिया, विशेषण, भाववाचक संज्ञा, सभी हो सकते हैं।
प्रश्न 4: ई और इ की मात्रा में क्या अंतर है?
उत्तर: ई की मात्रा लंबी (दीर्घ) ध्वनि दर्शाती है और दाएँ लगती है (◌ी), जबकि इ की मात्रा छोटी (ह्रस्व) होती है और बाएँ लगती है (◌ि)।
उदाहरण:
- क + ◌ि = कि
- क + ◌ी = की
निष्कर्ष
ई की मात्रा हिंदी भाषा में प्रयुक्त एक महत्वपूर्ण मात्रा है जो शब्दों की ध्वनि और अर्थ दोनों को प्रभावित करती है। यह मात्रा बच्चों को हिंदी लिखने, पढ़ने और बोलने में दक्ष बनाने में सहायक होती है। इस लेख में हमने 1500 से अधिक शब्दों की सूची, वर्गीकरण, वाक्य प्रयोग और व्याकरणिक पहलुओं को विस्तार से समझाया है।